मामला यूपी के आगरा का है. 22 जून को छोटे भाई और 24 जून को बड़े भाई ने सुसाइड कर लिया. इस मामले में हाथरस पुलिस पर दोनों भाइयों को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है.

उत्तर प्रदेश के आगरा में दो भाइयों की ‘सुसाइड’ से मौत हो गई. छोटे भाई की मौत 22 जून को और बड़े भाई की मौत 24 जून को हुई. मृतकों के परिवार ने हाथरस पुलिस पर ‘टॉर्चर’ करने का आरोप लगाया है. आजतक के अरविंद शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक बड़े भाई का एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें पुलिस द्वारा प्रताड़ित किए जाने की बात लिखी है. इस मामले की जांच जारी है. वहीं हाथरस के दो आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है.
पूरा मामला क्या है?
दो भाइयों की सुसाइड का ये मामला आगरा के बरहन थाना क्षेत्र के रूपपुर गांव का है. यहां 24 जून को होमगार्ड के जवान प्रमोद कुमार का शव एक आम के पेड़ से लटका मिला था. इसी पेड़ से 20 मीटर दूर 22 जून को उनके छोटे भाई संजय कुमार का शव एक पेड़ से लटका मिला था. रिपोर्ट के मुताबिक बड़े भाई प्रमोद ने मौत से पहले अपनी कलाई पर हाथरस के एक दारोगा द्वारा प्रताड़ित करने की बात लिखी थी.आरोप है कि छोटे भाई संजय को हरिओम नाम के दारोगा ने हवालात में बंद रखा था. उसे छोड़ने के लिए कथित तौर पर 1 लाख रुपये मांगे गए और फिर 10 हजार रुपये लेकर छोड़ दिया गया. 90 हजार रुपये बाद में देने की बात हुई थी. परिवार का आरोप है कि इसे लेकर संजय को पुलिस ने परेशान किया और इस वजह से उसने सुसाइड कर लिया.
हाथरस पुलिस थाने क्यों ले गई थी?
दरअसल, हाथरस के सादाबाद में अल्पसंख्यक समुदाय की एक नाबालिग लड़की को दूसरे समुदाय के बालिग लड़के द्वारा कहीं ले जाने का केस आया था. इस पर सादाबाद की पुलिस आगरा में रहने वाले लड़के के जीजा संजय कुमार को थाने ले आई थी