
गाजियाबादःशहर के प्रमुख व्यापारी आशुतोष बिंदल की माता मिथलेश बिंदल का निधन 28 नवंबर को हो गया था। उनकी तेरहवीं, रस्म पगडी व श्रद्धांजलि सभा शुक्रवार को मेरठ के एसजीएम गार्डन, लाल कुर्ती निकट बेगम पुल पर हुई। श्रद्धांजलि सभा में दूधेश्वर मंदिर के पीठाधीश्वर, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व हिंदू यूनाइटेड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज शामिल हुए और आशुतोष बिंदल, निधिश बिंदल, श्रवण बिंदल, अमित समेत सभी परिजनों को सांत्वना दी व मिथलेश बिंदल को अर्पित कर भगवान से उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्र्रार्थना की। महाराज श्री ने कहा कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है। जो भी इस संसार में आया है, उसे एक दिन जाना ही है। अतः हम सभी को मिथलेश बिंदल की तरह सतकर्म करने चाहिए ताकि हमारे संसार से जाने के बाद भी हम लोगों के दिल में जीवित रहें। अतिम समय में सिर्फ राम नाम व सतकर्म ही काम आते हैं। अतः सभी को रामनाम का स्मरण कर व सतकर्म कर अपने जीवन को धन्य बनाना चाहिए।

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