
गाजियाबाद में एक विवादित मामला सामने आया है, जहां स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने हर्ष अस्पताल के संचालक डॉ बीपी त्यागी को नोटिस जारी किया है। नोटिस में सड़क पर रखे जनरेटर को लेकर आपत्ति दर्ज की गई है और 3 दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने को कहा गया है।इस मामले में सवाल उठ रहा है कि क्या सड़क की जिम्मेदारी भी स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई है? अगर नहीं, तो यह नोटिस जारी करने का उद्देश्य क्या है? क्या यह कोई और गेम है या फिर नोटिस जारी करने वाले अधिकारी की नादानी है?स्वास्थ्य विभाग को सड़क का अधिकार नहीं है, इसलिए यह मामला विवादित हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। डाक्टर बी.पी .त्यागी अपने सामाजिक कार्य की वजह से जनता के बीच काफी लोग प्रिया है समय-समय पर डॉ .बी .पी त्यागी जनहित के मुद्दे उठाते रहते हैं
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